संस्था की रिपोर्ट में भी साफ़ तौर पर कहा गया है कि 'भारतीय अधिकारियों को आतंकवाद और देशद्रोह क़ानूनों के तहत पत्रकारों पर मुक़दमा चलाना बंद कर देना चाहिए।'
सिद्दीक कप्पन
वैश्विक परिदृश्य को लेकर आरएसएफ़ ने कहा कि 20वें विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक से पता चलता है कि 'ध्रुवीकरण' में दो गुना वृद्धि हुई है। इसने कहा है कि मीडिया का ध्रुवीकरण देशों के भीतर तो विभाजन को बढ़ावा देता है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच ध्रुवीकरण को भी बढ़ाता है।