अलविदा पद्मा जी।उन दिनों हम 'चौथी दुनिया' में थे, पूरे स्टाफ़ को निमंत्रण था, पद्मा जी के यहाँ रात्रि भोज पर। हस्बे मामूल अपनी आदत से मजबूर हम दफ्तर छोड़ कर निकल आये थे मंडी हाउस। भाई रंजीत कपूर या यम के