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कानपुर की गलियों से निकलकर राजू कैसे बने कॉमेडी के 'बादशाह'

नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव। घर यूपी के कानपुर में। कानपुर से मुंबई पहुँचे और वही राजू श्रीवास्तव के नाम से मशहूर हो गए। पहले सत्य प्रकाश श्रीवास्तव ही पहचान थी राजू श्रीवास्ताव की। ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ से पहले शायद ही उनको ज़्यादा लोग जानते थे। हालाँकि, तब वह फ़िल्मों में काम भी कर चुके थे, लेकिन उनको छोटा-छोटा अभिनय ही मिलता था जिनपर शायद ही दर्शकों की नज़र पड़ती हो। लेकिन साल 2010 आते-आते उन्होंने स्टैंड-अप कॉमेडी की दुनिया में वह मुकाम पा लिया कि उनकी मिसालें दी जाने लगीं। कहा जाता है कि उन्होंने स्टैंड-अप कॉमेडी को पुनर्परिभाषित किया और उसको एक नयी पहचान दी।

राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को हुआ था। बचपन में उनका नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव दिया गया था। कहा जाता है कि उनको बचपन से ही मिमिक्री और कॉमेडी करने का बहुत शौक था। वह घर आए मेहमानों के सामने मिमिक्री करते और स्कूल में टीचर की भी नकल उतारा करते थे।

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अपने इसी हुनर को वह आजमाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने बैग उठाया और वह कानपुर से सीधे मुंबई पहुँच गए। लेकिन मुंबई में आने के बाद उन्हें काफी समय तक काम नहीं मिला। उन्हें अपना गुजारा करने के लिए शहर में ऑटो भी चलाना पड़ा। इसी बीच उन्हें कुछ स्टेज शो मिलने लगे। फिल्मों में भी उन्हें काम मिला।

राजू ने फिल्म तेज़ाब से बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। वह फ़िल्म वर्ष 1988 में रिलीज़ हुई थी। हालाँकि, उसमें उनका किरदार बहुत छोटा था और शायद उनपर किसी का ध्यान भी नहीं गया हो। उसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने मैंने प्यार किया और बाजीगर में भी अभिनय किया। आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया, बिग ब्रदर, बॉम्बे टू गोवा जैसी फिल्मों में उनको महत्वपूर्ण भूमिकाएँ मिलीं।

लेकिन फिल्मों ने उन्हें वो शोहरत नहीं दिलाई जो उन्होंने टीवी के कॉमेडी शो में पाई। राजू श्रीवास्तव 'द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज' शो से चमके। उनको सबसे बड़ी सफलता यहीं हासिल हुई। हालाँकि इस शो के पहले सीजन में सुनील पाल विजेता रहे थे, एहसान कुरैशी उपविजेता रहे और राजू श्रीवास्तव द्वितीय उपविजेता रहे थे।

'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में अपने कमाल के प्रदर्शन की बदौलत वह घर-घर में सबकी जुबान पर आ गए। लाफ्टर चैलेंज से उनका गजोधर भैया का किरदार काफी लोकप्रिय हो गया।

गजोधर किरदार को लेकर राजू श्रीवास्तव कहते थे कि उनके ननिहाल में गजोधर नामक एक नाई था और जिससे वह अपने बाल कटवाते थे। उसी को उन्होंने अपनी कॉमडी का किरदार बना लिया। 

उन्होंने अमिताभ बच्चन की मिमिक्री करके खूब ख्याति बटोरी। राजू श्रीवास्तव के लालू यादव के अंदाज वाले किरदार ने भी उनको खूब शोहरत दिलाई। 

कहा जाता है कि राजू श्रीवास्तव को एक बार पाकिस्तान से फोन कॉल पर धमकी मिली थी कि वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर कॉमेडी न करें।

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इसके अलावा राजू श्रीवास्‍तव ने कई बड़े कॉमेडी शो किए। उन्होंने अन्य टीवी धारावाहिकों जैसे शक्तिमान, बिग बॉस, कॉमेडी का महा मुकाबला, कॉमेडी सर्कस, कॉमेडी नाइट्स विद कपिल जैसे शो में भी काम किया।

कॉमेडी की दुनिया से उन्होंने राजनीति की दुनिया में भी क़दम रखा। सबसे पहले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में कानपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि, बाद में 11 मार्च 2014 को राजू ने टिकट वापस कर दिया। बाद में वह 19 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।

राजू श्रीवास्तव ने साल 1993 में शिखा श्रीवास्तव से शादी की थी। इन दोनों के 2 बच्चे हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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