केरल में छत्तीसगढ़ के मजदूर को बांग्लादेशी बताकर लिंचिंग का मामला अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ है कि ओडिशा में पश्चिम बंगाल के एक मज़दूर जुएल शेख को पीट-पीटकर मार डाला गया। जुएल के साथी मजदूरों और परिवार का आरोप है कि उन्हें अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिया समझकर मारा गया। लेकिन ओडिशा पुलिस ने इस बात से इनकार किया है और कहा कि जुएल और आरोपी एक-दूसरे को जानते थे। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।

जुएल शेख बंगाल में मुर्शिदाबाद के चकबहादुरपुर गांव के रहने वाले थे। जुएल ओडिशा के संबलपुर ज़िले में कंस्ट्रक्शन का काम करते थे और हाल ही में 20 दिसंबर को ओडिशा गए थे। वे तीन महीने के लिए काम पर गए थे और रोजाना 600 रुपये कमाते थे।
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पुलिस के अनुसार घटना संबलपुर के शांतिनगर इलाके में बुधवार देर शाम हुई। जुएल काम से लौट रहे थे। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उनके साथी मजदूर पल्टू शेख ने बताया, 'हम चाय की दुकान पर थे। कुछ लोग आए और जुएल से बीड़ी मांगी। फिर उन्होंने आधार कार्ड दिखाने को कहा और पूछा कि हम कहां से हैं। हमने आधार कार्ड दिखा दिए। अचानक उन्होंने बांस की लाठियों से हमला कर दिया। जुएल के सिर पर जोर से मारा। कुछ दूसरे घायल हुए।' रिपोर्ट के अनुसार पल्टू ने कहा, 'हम जुएल को अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मैं ओडिशा में 12 साल से काम कर रहा हूं। पहली बार ऐसा हुआ।' हमले में दो अन्य मजदूर अकीर शेख और पलाश शेख भी घायल हो गए। वे संबलपुर के अस्पताल में भर्ती हैं।

पुलिस का क्या दावा?

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार संबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमंत बारिक ने कहा, 'ये बंगाल के मजदूर कई सालों से यहाँ रह रहे हैं और स्थानीय लोगों से परिचित हैं। घटना बीड़ी मांगने को लेकर हुई। जब मजदूरों ने मना किया तो कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच कर रहे हैं कि और लोग शामिल थे या नहीं।' हालाँकि, जुएल की मां नगीमा बीबी ने फोन पर अंग्रेज़ी अख़बार को बताया, 'वह 20 दिसंबर को काम पर गया था। तीन महीने बाद लौटने वाला था। अब उसकी लाश आएगी।' 

पीड़ित की माँ ने कहा है कि उसके साथियों ने बताया है कि गुंडों ने उन्हें बांग्लादेशी कहकर बुरी तरह पीटा, मुझे अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए।

बीजेपी शासित ओडिशा में यह लगातार हो रहा: टीएमसी

घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस ने अपने नेताओं को पीड़ित परिवार से मिलने भेजा। टीएमसी विधायक एमानी बिस्वास परिवार से मिले और मदद का वादा किया। टीएमसी के राज्यसभा सांसद और पश्चिम बंगाल माइग्रेंट लेबर वेलफेयर बोर्ड के चेयरमैन समिरुल इस्लाम ने कहा, 'बीजेपी शासित ओडिशा में यह लगातार हो रहा है। बांग्लादेशी कहकर अवैध गिरफ्तारियाँ, मारपीट और अब एक गरीब मजदूर की हत्या। बीजेपी के हाथ खून से सने हैं। हम परिवार के साथ हैं और हर मदद करेंगे।' पश्चिम बंगाल के परिजयी श्रमिक ऐक्य मंच के राज्य महासचिव आसिफ फारुक ने कहा कि सिर्फ ओडिशा में नहीं, कई राज्यों में बंगाली मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ के मज़दूर की लिंचिंग कर दी थी

केरल के पलक्कड़ जिले में छत्तीसगढ़ के एक 31 साल के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल की एक भीड़ ने 17 दिसंबर को बुरी तरह पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जब मारपीट का वीडियो सामने आया, तो इसने लोगों को झकझोर कर रख दिया। वीडियो में हमलावरों को रामनारायण से बार-बार पूछते सुना जा सकता है- 'क्या तुम बांग्लादेशी हो?'

रामनारायण छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के करही गांव के रहने वाले थे। वे बेहतर कमाई की तलाश में 13 दिसंबर को केरल पहुँचे थे। वे एक निर्माण स्थल पर दिहाड़ी मजदूर का काम कर रहे थे और अपने रिश्तेदार के साथ वालयार में रह रहे थे। वे रास्ता भटक गए और गांव में पहुंच गए थे। वहां पहले कुछ चोरी की घटना हुई थी, इसलिए लोगों ने उन्हें चोर समझ लिया। भीड़ ने उन्हें घेर लिया, पूछताछ की और फिर लाठी-डंडों से बुरी तरह मारा।
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'नफ़रती राजनीति का नतीजा'

केरल में हुई उस घटना को सीपीएम नेता और स्थानीय स्वशासन मंत्री एम.बी. राजेश ने संघ परिवार की नफरती राजनीति का नतीजा बताया था। उन्होंने कहा कि रामनारायण को 'बांग्लादेशी' कहकर कलंकित किया गया और मार डाला गया। उन्होंने कहा है कि गिरफ्तार लोगों में आरएसएस कार्यकर्ता शामिल हैं, जिन पर पहले आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने दावा किया, 'नौकरी की तलाश में आए प्रवासी मज़दूर को बांधकर पीटा गया, उस पर बांग्लादेशी होने का आरोप लगाया गया। वह देश में संघ परिवार द्वारा फैलाई जा रही नस्लीय नफ़रत का शिकार है।'

सीपीएम सरकार का यह आरोप तब आया है जब बीजेपी ने कई राज्यों में कथित तौर पर 'बांग्लादेशी घुसपैठिये' के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है। विपक्षी दलों ने लगातार आरोप लगाया है कि बीजेपी इसके बहाने अल्पसंख्यकों को निशाना बना रही है।