भारतीय राजनीति आज जिस मोड़ पर खड़ी है उसकी कल्पना संविधान निर्माताओं ने कभी नहीं की थी। वे सोच भी नहीं सकते थे कि प्रधानमंत्री पद पर कभी कोई ऐसा नेता बैठेगा जो भारत के लोकतंत्र को विपक्ष विहीन बनाने की कोशिश करेगा। लेकिन आज़ादी के अमृत काल का यही सच है। कांग्रेस के बैंक खातों का चुनाव के पहले सील किया जाना एक अभूतपूर्व घटना है। यह विपक्षी दल के प्रचार अभियान को शुरू होने से पहले ही रोक देने की कोशिश है। आयकर विभाग के काँधे पर बंदूक़ रखकर दाग़ी गयी इस गोली ने कांग्रेस को घायल ज़रूर किया है लेकिन इसने पीएम मोदी के भय को भी उजागर कर दिया है।