मुंबई में फँसे महाराष्ट्र के बाहर के राज्यों के लोग। (फ़ाइल फ़ोटो)
क्या लॉकडाउन उसी ‘नागरिक’ के लिए है जो घर से भी काम कर सकता है या बिना काम के भी रह सकता है और जिसकी संख्या चालीस प्रतिशत है? और उसे दूसरे ‘नागरिक‘ के लिए तभी खोला जाएगा जब देश की अर्थव्यवस्था उसके बिना चल नहीं पाएगी और जिसकी संख्या साठ प्रतिशत है? और उसके बाद भी वह अपने घर लौट पाएगा कि नहीं यह अभी तय नहीं है।
ताज़ा मामला कोटा में अध्ययनरत उन छात्रों का है जिन्हें वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सैंकड़ों बसें उपलब्ध कराईं गईं। बिहार और झारखंड की सरकारों द्वारा भी अपने छात्रों को लेकर नाराज़गी और चिंता व्यक्त की गई है।