नरेंद्र मोदी ने 9 साल पहले 2014 में आज ही के दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। तब उन्होंने देशवासियों को जो सपने दिखाए थे, वे कितने पूरे हुए? क्या वह 9 साल पहले वाले ही मोदी रह गए हैं?
‘द केरल स्टोरी’ और 'अफ़वाह’ दो फिल्में रिलीज हुई हैं। क्या इन फिल्मों से कर्नाटक चुनावों के ज़रिए यह स्थापित होने वाला है कि भाजपा-शासित राज्यों में आगे कौन सी विचारधारा चलने दी जाएगी?
लालू यादव ने बत्तीस साल पहले लालकृष्ण आडवाणी के ‘राम रथ’ को बिहार के समस्तीपुर में रोकने का साहस दिखाया था। क्या नीतीश कुमार विपक्षी एकता से 2024 में मोदी के ‘विजय रथ’ को रोकने की हिम्मत दिखा सकते हैं?
असली डॉ. वैदिक वे नहीं थे जो दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के लाउंज, उसके लंच-डिनर हॉल, सार्वजनिक समारोहों या राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय गोष्ठियों में बोलते नज़र आते थे। जानिए, श्रवण गर्ग उनको कैसे याद करते हैं।
कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में राहुल गांधी के भाषण के मायने क्या हैं? आख़िर राहुल के भाषण के दौरान उनकी मां सोनिया गांधी राहुल की ओर क्यों नहीं देख रही थीं?
देश की नज़रें इस समय कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन पर हैं। क्या इसमें कुछ ठोस होगा? क्या राहुल के गुणगान से ज़्यादा भी कुछ होगा और विपक्षी एकता को लेकर क्या राहुल गांधी कुछ करेंगे?
क्या राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिये कांग्रेस में जान फूंकने में कामयाब हुए हैं और क्या बीजेपी इससे चिंतित है? क्या इससे कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में फायदा होगा?
संपूर्ण क्रांति का नारा देने वाले जयप्रकाश नारायण उर्फ जेपी की आज जयंती है। इंदिरा गांधी की हुकूमत के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले जेपी की जयंती पर पढ़िए यह लेख।
हाल में तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानिवेल त्याग राजन ने सवाल किया कि वह आख़िर प्रधानमंत्री की अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी को क्यों सुनें, क्या उन्होंने इसमें विशेषज्ञता हासिल की है या काम कुछ ऐसा किया है? उनका सवाल कितना वाजिब है?
बिहार में नीतीश कुमार के तेजस्वी यादव के साथ आने से बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए क्या मुश्किलें खड़ी हो गई हैं? ऐसे में लाल कृष्ण आडवाणी को कैसे हालात का इंतज़ार होगा?
बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के मामले में चौतरफ़ा दबाव के बाद क्या प्रधानमंत्री मोदी अपनी चुप्पी तोड़ेंगे? क्या मोदी बदल जाएँगे, क्या बीजेपी बदल जाएगी?
कांग्रेस जब नव संकल्प चिंतन शिविर में भारत जोड़ो अभियान शुरू करने की घोषणा कर रही थी तो हार्दिक पटेल पार्टी छोड़ने की तैयारी में लगे थे। जब एक के बाद एक नेता छोड़ रहे हैं तो कांग्रेस ऐसे कैसे अभियान चलाएगी?
देश में नफ़रत फैलाने में मीडिया कितना ज़िम्मेदार है? क्या मीडिया इस रूप में इसलिए है कि इन मीडिया हाउसों के मालिक उद्योगपति हैं और उद्योगपतियों की सत्ता से काफ़ी नज़दीकी होती है?
देश में धार्मिक आधार पर बन रहे नफरत के माहौल के बीच क्या पूर्व नौकरशाहों की चिट्ठी का कोई असर सरकार पर नहीं होगा और क्या जनता को सीधे प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखनी होगी?
जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने के मामले में हुई तोड़फोड़ या सांप्रदायिक हिंसा की तमाम घटनाओं को लेकर हिंदुओं और मुसलमानों के एक बहुत बड़े तबके ने क्या चुप्पी साधी हुई है?
हाल में जिस तरह की हिंसा की घटनाएँ हो रही हैं उसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? आख़िर दिल्ली में जहाँगीरपुरी हिंसा या फिर रामनवमी हिंसा पर प्रधानमंत्री क्यों चुप हैं?