अमेरिका में थर्ड जेंडर को आधिकारिक पहचान दिलाने का संघर्ष 1950 के दशक के पहले से ही चल रहा है। तब से यह इस देश के जेंडर विमर्श का एक प्रमुख हिस्सा रहा है।
ट्रंप के एक्ज़ीक्यूटिव ऑर्डर ने इन लोगों से सिर्फ़ यह पहचान छीनी ही नहीं है, उन्हें सरकारी दस्तावेजों से भी ख़त्म कर दिया है।