कश्मीर का मसला हल हो जाए तो संपूर्ण दक्षिण एशिया को हम दुनिया का सबसे मालदार और सबसे सुखी इलाक़ा जल्दी ही बना सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि होगी कि वे बातचीत के ज़रिए कश्मीर का मसला हल कर दें, जो आज तक कोई सरकार नहीं कर सकी।
ज़रा याद करें कि इन अलगाववादी नेताओं से उस निरंतर संवाद का ही प्रभाव था कि राव साहब ने लाल क़िले से अपने भाषण में कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, लेकिन कश्मीर के लिए स्वायत्तता की सीमा असीम है, आकाश की तरह।