पिछले 5-7 साल में हमारे देश में गरीबी और अमीरी दोनों का ही काफी तेजी से विकास हुआ है। यही सबका साथ है, और यही सबका विकास है। जब से नरसिंहराव सरकार ने उदारीकरण की अर्थ नीति चलाई थी और भारतीय अर्थव्यवस्था पर से सरकारी शिकंजे को ढीला किया था, देश के सबसे निचले 20 प्रतिशत गरीबों की आमदनी सालाना हिसाब से बढ़ती ही जा रही थी।
बीते 5 सालों में मालदार लोगों की आय बढ़ी, ग़रीब हुए और ग़रीब
- विचार
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- 25 Jan, 2022


सरकार ने 80 करोड़ लोगों को अनाज बांटने का जो अभियान चलाया है, उससे गरीबों को थोड़ी राहत तो मिली है लेकिन जिन अमीरों की आमदनी करोड़ों, अरबों, खरबों बढ़ी है, वे क्या कर रहे हैं? वे अपनी तिजोरियाँ कब खोलेंगे?
इस 25-26 साल की अवधि में भाजपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकारें भी आईं लेकिन गरीबों की आमदनी घटी नहीं जबकि 2020-21 में उनकी जितनी सालाना आमदनी थी, वह आधी से भी कम रह गई। उसमें 53 प्रतिशत की गिरावट हुई। यह गिरावट थी- 2015-16 के मुकाबले!
पांच सालों के दौरान देश के 20 प्रतिशत सबसे मालदार लोगों की आय में 39 प्रतिशत सालाना की वृद्धि हो गई है। ये आंकड़े एक ताजा खोजबीन से सामने आए हैं।


























