पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारा भारत और पाकिस्तान संबंधों की एक नई अग्निपरीक्षा है। पाकिस्तान की डगमगाती अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसकी ख़राब स्थिति के लिए यह आवश्यक है कि भारत के साथ कोई सार्थक राजनायिक पहल करके वह अपनी गिरती हुई साख को बचा ले। परन्तु पिछले दिनों अधिकारी स्तर पर हुई बातचीत के बहुत ही सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आये हैं। पाकिस्तान ने कहा है कि दरबार साहिब गुरुद्वारा करतारपुर कॉरिडोर के बारे में 80 प्रतिशत मुद्दों पर सहमति बन गई है और आगे की बातचीत की रुपरेखा तैयार है। लेकिन भारत की तरफ़ से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है। सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर भारत-पाक के बीच गंभीर विवाद हैं।
करतारपुर कॉरिडोर के बहाने खालिस्तान आंदोलन को हवा दे रहा पाक!
- विचार
- |
- |
- 15 Oct, 2019

पाक की कमेटी में कई ऐसे सिख हैं, जो खालिस्तान का समर्थन करते हैं। ऐसे में डर यह है कि कहीं करतारपुर के बहाने वह खालिस्तान की माँग को फिर से उठाने की कवायद तो नहीं कर रहा।