यह बात कई बार कही जा चुकी है कि अदालतें 'क़ानून की अदालतें होती हैं, न्याय की नहीं।' यह बात एक बार और घर कर गई जब विशेष सीबीआई अदालत ने बाबरी मसजिद विध्वंस के मामले में फ़ैसला सुनाया, जिसमें सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया गया।