वैसे तो सारी दुनिया में जनता की नब्ज़ को भाँपने के लिए अनेक सर्वेक्षण होते हैं, लेकिन अमेरिकी सर्वेक्षणों की प्रतिष्ठा ख़ासी बेहतर समझी जाती है। क्योंकि इनसे सच का आभास होता है। जबकि भारत में सर्वेक्षणों की आड़ में तरह-तरह के ‘खेल’ खेले जाते हैं। तभी तो भारत में कोरोना से निपटने को लेकर हुई तमाम लापरवाही के बावजूद नरेन्द्र मोदी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री बताया जाता है, जबकि इन्हीं लापरवाहियों के आधार पर ट्रम्प को अमेरिकी जनता कोरोना आपदा से निपटने में नाकाम करार देती है।