वैसे तो सारी दुनिया में जनता की नब्ज़ को भाँपने के लिए अनेक सर्वेक्षण होते हैं, लेकिन अमेरिकी सर्वेक्षणों की प्रतिष्ठा ख़ासी बेहतर समझी जाती है। क्योंकि इनसे सच का आभास होता है। जबकि भारत में सर्वेक्षणों की आड़ में तरह-तरह के ‘खेल’ खेले जाते हैं। तभी तो भारत में कोरोना से निपटने को लेकर हुई तमाम लापरवाही के बावजूद नरेन्द्र मोदी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री बताया जाता है, जबकि इन्हीं लापरवाहियों के आधार पर ट्रम्प को अमेरिकी जनता कोरोना आपदा से निपटने में नाकाम करार देती है।
ट्रम्प का सिंहासन डोल रहा है, क्या भारत अछूता रहेगा?
- विचार
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- 2 May, 2020

अमेरिका में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। कोरोना आपदा ने पहले से ही आलोचना झेल रहे ट्रम्प को बैकफ़ुट पर ला दिया है। 55 फ़ीसदी अमेरिकी जनता ने ट्रम्प को कोरोना वायरस से निपटने में नाकाम करार दिया है। अब ट्रम्प चुनाव जीतने के लिए चीन को अमेरिका का दुश्मन नम्बर वन बनाकर पेश कर रहे हैं, यह वैसा ही है जैसे भारत में चुनाव के वक़्त पाकिस्तान का राग अलापा जाता है।
मुकेश कुमार सिंह स्वतंत्र पत्रकार और राजनीतिक प्रेक्षक हैं। 28 साल लम्बे करियर में इन्होंने कई न्यूज़ चैनलों और अख़बारों में काम किया। पत्रकारिता की शुरुआत 1990 में टाइम्स समूह के प्रशिक्षण संस्थान से हुई। पत्रकारिता के दौरान इनका दिल्ली