विपक्षी एकता से दूर-दूर रहने वाली बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती कैबिनेट में तीन दलित मंत्री बनाए जाने से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि दलित समुदाय से एक डिप्टी सीएम भी होना चाहिए था। मायावती की बसपा के बारे में यह जानना दिलचस्प होगा कि बीएसपी को इस बार यानी 2023 के विधानसभा चुनाव में भी 0.3 फीसदी वोट मिला है। 2018 में भी उसे 0.3 फीसदी वोट मिले थे। दलितों की पार्टी के रूप में स्थापित बीएसपी का वोट शेयर 2008 और 2013 में बहुत बेहतर था लेकिन उसके बाद बीएसपी कर्नाटक मृतप्राय हो गई। लेकिन मायावती को इसकी परवाह नहीं है, उन्हें किसी भी तरह से कांग्रेस की आलोचना करना है। आज भी उन्होंने कांग्रेस की इस बात के लिए आलोचना की।