जाति जनगणना का मुद्दा बीजेपी को न निगलते बन रहा है न उगलते? जहाँ एनडीए गठबंधन के सहयोगी खुलकर जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं वहीं बीजेपी के अंदर भी बेचैनी है। बीजेपी के भी कई नेता इसके समर्थन में बोल चुके हैं। बीजेपी सांसद संघमित्र मौर्य ने लोकसभा में जातीय जनगणना कराने का समर्थन किया था। नीतीश सरकार में बीजेपी के कोटे से मंत्री रामसूरत राय ने कहा था कि जातीय जनगणना कराई जानी चाहिए। ग़ैर ऊँची जाति के कई बीजेपी सांसद जाति जनगणना की वकालत करते हैं। कई विपक्षी पार्टियाँ तो इसके लिए सरकार पर दबाव बना ही रही हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए क्या इस पर फ़ैसला लेना इतना आसान है?
जाति जनगणना पर सहयोगियों का दबाव तो है ही, बीजेपी में भी बेचैनी
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
जाति जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी के सामने आख़िर मुश्किल क्या है? क्या सिर्फ़ विपक्षी दलों का ही दबाव है? सहयोगी दल तो भी जाति जनगणना के पक्ष में हैं। ख़ुद बीजेपी के कई सांसद भी भी तो पक्ष में हैं।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पिछले महीने कहा था कि सरकार ने जनगणना में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य जाति आधारित आबादी की जनगणना नहीं करने के लिए नीति के रूप में तय किया है। इसी बयान के बाद से बीजेपी पर जातिगत जनगणना के लिए दबाव बनता जा रहा है। बिहार में आरजेडी सहित दूसरे दलों ने इसके लिए दबाव बनाया।