loader

राहुल गांधी पर लंदन में केस करेंगे ललित मोदी

आईपीएल जैसी खेल प्रतियोगिता शुरु करने वाले ललित मोदी ने गुरुवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला और कहा कि वह राहुल गांधी को उनकी 'मोदी उपनाम' वाली टिप्पणी और उन पर लगाए गये आरोपों को लेकर ब्रिटेन की अदालत में केस दायर करेंगे। ललित मोदी ने गुरुवार की सुबह ट्वीट के जरिए राहुल पर यह हमला किया।
मोदी उपनाम पर राहुल की टिप्पणी के लिए सूरत की एक लोकल कोर्ट द्वारा दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। संसद सदस्यता गंवाने के कई दिनों बाद अब ललित मोदी ने उनपर हमला करते हुए लंदन की अदालत में ले जाने की बात कही है।  
राहुल पर हमला करते हुए ललित मोदी ने एक साथ कई ट्वीट किये, और पूछा कि जब उन्हें कभी दोषी ही नहीं ठहराया गया है तो किस आधार पर उन्हें भगोड़ा कहा जा रहा है। जब तक उन्हें दोषी नहीं ठहराया जाता है, तब तक वह आम नागरिक हैं। ललित मोदी ने विपक्षी नेताओं की निंदा करते हुए बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया।
ताजा ख़बरें
उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी और उनके सहयोगियों को बार-बार यह कहते हुए देखता हूं कि ‘मैं भगोड़ा हूं’। वे बतायें कि क्यों और  कैसे और कब मुझे दोषी ठहराया गया था?  पप्पू उर्फ राहुल गांधी के विपरीत, मैं अब यह कहने वाला एक आम नागरिक हूं। ऐसा लगता है कि विपक्षी नेताओं के पास करने के लिए और कुछ नहीं है।
ललित मोदी ने कहा, 'मैंने राहुल गांधी को तुरंत ब्रिटेन की अदालत में ले जाने का फैसला किया है। मुझे यकीन है कि उन्हें कुछ ठोस सबूतों के साथ अदालत में मेरे सामने आना होगा। मैं उसे(राहुल गांधी) पूरी तरह से मूर्ख बनते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं। ललित मोदी ने कांग्रेस के कई नेताओं को टैग करते हुए आरोप लगाया कि उन सभी की विदेशों संपत्तियां हैं, मैं उनके पते और फोटो आदि भेज सकता हूं। जो असली बदमाश हैं उनको लेकर भारत के लोगों को बेवकूफ नहीं बनाना चाहिए। गांधी परिवार ने तो ऐसा बना दिया है, जैसे कि वे ही इकलौते हैं जो हमारे देश पर राज करने के हकदार हैं।
अपने ऊपर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई देते हुए ललित मोदी ने कहा कि उन पर एक भी पैसा चुराने का आरोप साबित नहीं हुआ है। लेकिन जो साबित हुआ है, वह यह कि मैंने दुनिया की  सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता बनाई जिससे लगभग 100 बिलियन डॉलर की कमाई हुई। ललित मोदी राहुल गांधी पर हमला करते हुए केवल यहां ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कोई भी नेता यह नहीं भूल सकता कि 1950 के दशक की शुरुआत से ही मोदी परिवार ने उनके और हमारे देश के क्या क्या किया है। जो किया है, उसकी वे कभी कल्पना भी नहीं कर सकते।  मैंने भी उससे कहीं ज्यादा किया है, जितने का वे केवल सपने देख सकते हैं। इसलिए भारत के लुटेरों और अपने गांधी परिवार की तरह भौंकते रहें।
ललित मोदी आईपीएल में किए घोटाले के आरोप में देश से बाहर लंदन में रह रहे हैं। भारत में उनके खिलाफ जांच चल रही है। जांच के दौरान ही ललित मोदी देश से बाहर चले गये थे। उनको बाहर भेजने में समय की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम सामने आया था। उनपर आरोप लगा था कि ललित मोदी को भागने में उन्होंने मदद की थी।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें