महाराष्ट्र में 70,000 करोड़ रुपये का कथित सिंचाई घोटाला फिर से सामने आ गया है। यह घोटाला हर विधानसभा चुनाव में सामने आ जाता है। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों की तरह 2024 में भी इसकी चर्चा हो रही है। ताज्जुब यह है कि इसका जिक्र उस शख्स ने किया जो इसके विवाद के केंद्र में रहा है। सांगली जिले की तासगांव विधानसभा सीट पर एक रैली में एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उन आंकड़ों का मजाक उड़ाया, जिनमें कहा गया था कि वेतन सहित परियोजना का कुल खर्च केवल 43,000 करोड़ रुपये है।