अक्टूबर, 2018 में 'कलर्स मराठी' के एक टॉक शो में गडकरी ने कहा था, “चुनाव से पहले पार्टी को जीतने की कोई उम्मीद नहीं थी, लिहाज़ा, हमने लंबे-चौड़े वादे कर दिए, अब हम सत्ता में आ गए तो लोग पूछते हैं उन वादों का क्या हुआ, हम बस हंस कर आगे बढ़ जाते हैं।”
तब सवाल उठा था कि गडकरी के लगातार इतने बयानों के बावजूद कड़े अनुशासन की बात करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या बीजेपी ने गडकरी पर लगाम लगाने की कोई कोशिश नहीं की। इसके राजनीतिक अर्थ निकाले गए थे कि क्या संघ के इशारे पर गडकरी ने इस तरह के बयान दिए हैं।