मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ आने के बाद उनके पुराने सहयोगी भी अब वापस आ सकते हैं। इन सहयोगियों में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पूर्व सांसद पवन वर्मा का नाम शामिल है। याद दिला दें कि पवन वर्मा और प्रशांत किशोर को जनवरी, 2020 में जेडीयू ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पवन वर्मा ने नवंबर, 2021 में तृणमूल कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था जबकि प्रशांत किशोर तमाम राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम करते रहे।
क्या फिर से नीतीश कुमार के साथ आएंगे प्रशांत किशोर?
- राजनीति
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- 14 Sep, 2022
प्रशांत किशोर नीतीश के बेहद करीबी लोगों में रहे हैं। नीतीश ने ही उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। लेकिन वह क्यों फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आना चाहते हैं?

लेकिन नीतीश कुमार के बीजेपी और एनडीए का साथ छोड़ते ही पवन वर्मा ने तृणमूल कांग्रेस को अलविदा कह दिया और अब कहा जा रहा है कि वह और प्रशांत किशोर एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ मिलकर काम करेंगे।
उधर, नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल दलों के साथ सरकार बनाने के बाद से ही विपक्षी नेताओं को एक मंच पर लाने के काम में जुटे हुए हैं।