राहुल गाँधी की मनोहर पर्रिकर से हुई मुलाक़ात के बाद राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। राहुल ने कहा है कि पर्रिकर से मुलाक़ात के दौरान रफ़ाल मामले पर बात हुई थी लेकिन पर्रिकर ने जवाब दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष झूठ बोल रहे हैं।
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इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने भी जवाबी पलटवार किया और कहा कि पर्रिकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में हैं। राहुल ने पर्रिकर को दो पन्नों का पत्र लिखा है।
राहुल ने ट्वीट किया, ‘मुझे पर्रिकर जी से पूरी सहानुभूति है और मैं चाहता हूँ कि वह स्वस्थ हो जाएँ। गोवा में हुई हमारी मुलाक़ात के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर बहुत ज़्यादा दबाव बनाया हुआ है।’ राहुल ने कहा, मोदी के प्रति अपनी वफ़ादारी दिखाने के लिए ही पर्रिकर मुझ पर हमला कर रहे हैं। देखें ट्वीट -
राहुल और पर्रिकर, दोनों अपनी-अपनी बात को सही ठहरा रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दोनों की लड़ाई के बीच में कूदते हुए एंट्री की है। अमित शाह ने राहुल को असंवेदनशील कहा है।
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इससे पहले राहुल ने बुधवार को दिल्ली में युवक कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कहा था, ‘मैं कल पर्रिकर जी से मिला था। पर्रिकर जी ने मुझसे कहा कि डील बदलते समय प्रधानमंत्री ने हिंदुस्तान के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था।’
इसके बाद पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर ने राहुल गाँधी को पत्र लिखकर जवाब दिया। पर्रिकर ने लिखा, ‘मैं इस बात से बेहद शर्मिंदा महसूस कर रहा हूँ कि आप, मुझसे हुई अपनी मुलाक़ात का राजनीतिक फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। आप मुझसे बस 5 मिनट के लिए मिले, न ही आपने रफ़ाल के बारे में पूछा, न ही हमने इस बारे में कोई बात की।’ देखें पत्र -
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