पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से मज़दूरों के हक के लिए काम करने वाली दलित कार्यकर्ता नवदीप कौर को ज़मानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया। वह क़रीब डेढ़ महीने तक हरियाणा के करनाल जेल में रहीं। नवदीप ने हिरासत में यौन हिंसा का आरोप लगाया था जिसे अधिकारियों ने खारिज कर दिया है। जेल से रिहा होने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि वह किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली की सीमा पर सिंघू बॉर्डर जाएँगी।