loader
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सनी देओल। (फ़ाइल फ़ोटो)फ़ेसबुक/सनी देओल

क्या चली जाएगी सनी देओल की संसद सदस्यता?

पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद और सिने स्टार सनी देओल की लोकसभा सदस्यता ख़तरे में पड़ गई है। दरअसल, पोल वॉचडॉग को सनी देओल के ख़िलाफ़ चुनाव में निर्धारित सीमा से ज़्यादा ख़र्च करने की शिकायतें मिली हैं। अगर तय नियमों के तहत कार्रवाई हुई तो सनी देओल की सदस्यता रद्द हो सकती है। ऐसे में गुरदासपुर से चुनाव हारे पंजाब कांग्रेस के मुखिया सुनील जाखड़ लोकसभा सांसद बन सकते हैं। बता दें कि जींस, सफेद शर्ट और ब्लेज़र पहने सनी देओल ने लोकसभा में मंगलवार को ही 'भारत माता की जय' जैसे नारों के बीच शपथ ली है।

ताज़ा ख़बरें

इन दिनों पंजाब कांग्रेस में ख़ासी हलचल है। चंडीगढ़ से लेकर गुरदासपुर व दिल्ली तक सनी देओल का यह मामला चर्चा के केन्द्र में है। बीजेपी सांसद सनी देओल पर लोकसभा चुनाव में निर्धारित तय सीमा से अधिक ख़र्च करने का आरोप लगने के बाद अब कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बारे में दस्तावेज़ी सबूतों के साथ चुनाव आयोग को शिकायत मिली है। उसके बाद पंजाब में चुनाव आयोग हरकत में आया है।

दस्तावेज़ों के आधार पर चुनाव आयोग नोटिस जारी करने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग को मिले दस्तावेज़ों के मुताबिक़, सनी देओल ने चुनाव के दौरान 86 लाख रुपये ख़र्च किए, जबकि ख़र्च की सीमा 70 लाख रुपये ही है। नियमों के मुताबिक़ तय सीमा से ज़्यादा ख़र्च करने पर संबंधित उम्मीदवार के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जा सकती है।

आयोग की नियमावली के मुताबिक़, अगर कोई उम्मीदवार ज़्यादा ख़र्च करके जीत भी गया और बाद में ख़र्च सीमा के उल्लंघन की पुष्टि हुई तो आयोग कार्रवाई कर जीते हुए उम्मीदवार की सदस्यता रद्द कर दूसरे नंबर पर रहे उम्मीदवार को विजेता तक घोषित कर सकता है।

क्या है कहता है क़ानून?

चुनाव आयोग के मुताबिक़ आरपी एक्ट 1951 की धारा 77 के मुताबिक़ अगर कोई उम्मीदवार निर्धारित सीमा से ज़्यादा ख़र्च कर चुनाव आयोग से इसकी जानकारी छिपाता है तो उसे डिस्क्वालिफ़ाई यानी अयोग्य घोषित किया जा सकता है।

अब सनी देओल के हिसाब-किताब में लगे चुनाव पर्यवेक्षकों ने उनसे दोबारा जानकारी माँगी है। सनी देओल के क़ानूनी सलाहकारों का कहना है कि चुनाव ख़र्च का हिसाब-किताब लगाने में चुनाव आयोग की टीम से ग़लती हो गई है। जल्द ही चुनाव पर्यवेक्षकों को जाँच करने के बाद सही ख़र्च की जानकारी दे दी जाएगी। 

इस बीच, कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने कहा कि नियमों का उल्लंघन साबित होने पर चुनाव आयोग को सनी देओल के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए।

पंजाब से और ख़बरें

दूसरे उम्मीदवारों ने कितने ख़र्च किए?

चुनाव आयोग के आँकड़ों के मुताबिक़ गुरदासपुर सीट से सनी देओल से हारने वाले कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने चुनाव में 63 लाख रुपये, आप के पीटर मसीह ने 7 लाख 65 हज़ार, लालचंद कटारू ने 9 लाख 62 हज़ार रुपये ख़र्च किए हैं। बता दें कि अभिनेता सनी देओल पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुँचे हैं। 

बता दें कि बीजेपी ने चुनाव से कुछ ही दिन पहले सनी देओल को गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था। सनी देओल ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा और उन्हें पंजाब के कांग्रेस के गढ़ में 80,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया।

गुरदासपुर सीट पहले एक अन्य अभिनेता-राजनेता विनोद खन्ना के पास थी, जिनके निधन के बाद बीजेपी को दूसरे चेहरे की तलाश करनी पड़ी थी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
विजयेन्दर शर्मा
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

पंजाब से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें