देश के तमाम राज्यों में नौनिहालों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं। राज्य सरकारें दावा करती हैं कि उनकी योजनाओं से शिशुओं, छोटे बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है लेकिन समय-समय पर सरकारी लापरवाही से होने वाली बच्चों की मौत इन राज्यों के शासकों को आइना दिखाती है। लेकिन राज्य सरकारें ऐसे मामलों में अपनी जवाबदेही तय करने के बजाय बात को इधर-उधर घुमा देती हैं। इसके बाद नेता सियासत में जुट जाते हैं और असल मुद्दे पीछे छूट जाते हैं।
कोटा: 100 तक पहुंचा बच्चों की मौत का आंकड़ा, सियासत कर रहे राजनेता
- राजस्थान
- |
- 2 Jan, 2020
जेके लोन अस्पताल बच्चों का बहुत बड़ा अस्पताल है लेकिन लगातार हो रही मौतों से पता चलता है कि यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं बदतर हैं।

कोटा के जेके लोन अस्पताल में पिछले कई दिनों से बच्चों की मौत हो रही है। इस सरकारी अस्पताल में 23-24 दिसंबर को 48 घंटे में 10 बच्चों की मौत हुई थी। पिछले 2 दिनों में 9 और बच्चों की मौत हो चुकी है और यह आंकड़ा बढ़कर 100 पहुंच चुका है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अस्पताल के अधीक्षक ने कहा है कि बच्चों की मौत वजन कम होने के कारण हुई है। जेके लोन अस्पताल बच्चों का बहुत बड़ा अस्पताल है लेकिन लगातार हो रही मौतों से पता चलता है कि यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं बदतर हैं।