बताइए, ये भी कोई बात हुई कि विपक्ष गृहमंत्री अमित शाह से कह रहा था कि आपने बाबासाहेब आंबेडकर का नाम लेने को 'फैशन' बताकर उनका अपमान किया है, आप इसके लिए माफी मांगिए, त्यागपत्र दीजिए! कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने तो उसी दिन अल्टीमेटम दे दिया था कि आज रात बारह बजे तक इस्तीफा दो मगर शाह जी, शाह जी हैं। सौ टंच हिंदुत्ववादी और हिंदूवादी सत्ता में रहते हुए न तो माफी मांगता है, न त्यागपत्र देता है‌ और शाह जी तो अपने साहेब जी के चाणक्य भी हैं,न! चाणक्य ने बताइए चंद्रगुप्त मौर्य को अपना इस्तीफा कभी सौंपा था? ये चाणक्य जी तो वैसे भी इस्तीफा दिलवाते हैं, देते नहीं!