पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाली 21 साल की कार्यकर्ता दिशा रवि को इस बात का अंदाजा नहीं रहा होगा कि एक टूलकिट बनाने से उसे जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा। दिल्ली पुलिस के मुताबिक़, दिशा ने मुंबई की वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु के साथ मिलकर इस टूलकिट को तैयार किया था। इस टूलकिट को स्वीडन की पर्यावरणविद् ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) ने ट्वीट किया था।
दिशा रवि की तुलना कसाब से क्यों कर रहे बीजेपी नेता?
- सोशल मीडिया
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- 16 Feb, 2021
पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाली 21 साल की कार्यकर्ता दिशा रवि को इस बात का अंदाजा नहीं रहा होगा कि एक टूलकिट बनाने से उसे जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा।

पुलिस का दावा है कि इस टूलकिट के पीछे पोएटिक जस्टिस फ़ाउंडेशन का हाथ है और यह खालिस्तानी अलगाववादी संगठन है। इस बात के सामने आने के बाद से बीजेपी के सांसद, कार्यकर्ता और दक्षिणपंथी संगठनों के लोग बुरी तरह दिशा रवि के पीछे पड़ चुके हैं।
दिशा रवि की गिरफ़्तारी को लेकर बीजेपी और दक्षिणपंथी संगठनों के लोगों ने ट्विटर पर कैसी प्रतिक्रिया दी है और लोगों ने उन्हें क्या जवाब दिया है, इसे देखते हैं।