'मॉब लिन्चिंग' और 'जय श्री राम' जैसे मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन और उसका विरोध करने वाले बुद्धिजीवियों और फ़िल्मकारों के बीच चल रही जंग ने एक नया मोड़ ले लिया है। ताजा घटनाक्रम में 'बैंडिट क्वीन' और 'एलिज़ाबेथ' जैसी फ़िल्मों के निर्देशक शेखर कपूर और मशहूर गीतकार जावेद अख़्तर के बीच नोकझोक का मामला सामने आया है। कपूर ने ख़ुद को 'शरणार्थी जैसा' बताया तो जावेद अख़्तर ने उन्हें किसी अच्छे मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दे डाली।