Asia CUP India vs Pakistan: एशिया कप 2025 सुपर-फोर में भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हराया, लेकिन मैच के बाद कई विवाद सामने आए। पाकिस्तानी खिलाड़ियों का व्यवहार आपत्तिजनक था।
पाकिस्तान के साथ दूसरे क्रिकेट मैच में भी भारत ने हराया
एशिया कप 2025 के सुपर-फोर मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर टूर्नामेंट में अपनी दावेदारी मजबूत कर ली। लेकिन मैच के बाद एक बार फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथ मिलाने की परंपरा पूरी नहीं हुई, जिससे विवाद खड़ा हो गया है।
टॉस के समय ही माहौल में तनाव दिखा था जब भारत के कप्तान सुर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया। यह दृश्य कैमरों में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
भारतीय टीम ने जीत हासिल करते ही मैदान छोड़ दिया। जीत के नायक रहे हार्दिक पांड्या और तिलक वर्मा विजयी रन बनाने के बाद सीधे ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़ गए और पाकिस्तानी खिलाड़ियों से कोई हैंडशेक नहीं किया।
मैच में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की हरकत पर विवाद
रविवार को दुबई में भारत के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान पाकिस्तानी क्रिकेटरों हारिस रऊफ और साहिबजादा फरहान के हाव-भाव ने विवाद खड़ा कर दिया है। एक पाकिस्तानी खिलाड़ी ने कथित तौर पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चार दिवसीय सैन्य झड़प का जिक्र किया, जबकि एक अन्य ने अपने बल्ले को बंदूक की तरह तानते हुए 'एके-47' की नकल की।मैच की दूसरी पारी के दौरान पाकिस्तान के हारिस राउफ ने दर्शकों के मज़ाक का जवाब अपनी उंगलियां उठाकर '0-6' का संकेत देकर दिया। इस संदर्भ को सोशल मीडिया ने इस वर्ष मई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुए सैन्य संघर्ष के दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के इस्लामाबाद के निराधार दावों के रूप में समझा।
साहिबज़ादा फ़रहान का 'एके-47' वाला अंदाज़
पहली पारी के दौरान, साहिबज़ादा फ़रहान ने अपने बल्ले को बंदूक की तरह तानकर अपना अर्धशतक मनाया। इस अंदाज़ की दर्शकों ने कड़ी आलोचना की और इसे पाकिस्तानियों द्वारा खेल बिगाड़ने का बेवजह का नाटक बताया। कुछ लोगों ने साहिबज़ादा फ़रहान के बल्ले से एके-47 की नकल करने का सुझाव देते हुए कहा, "यह सिर्फ़ एक इशारा नहीं है। यह एक गहरी समस्या को दर्शाता है।"
फरहान की हरकत पर संजय राउत का बयान
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि साहिबज़ादा फरहान ने मैदान पर साबित कर दिया कि कैसे पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 बेगुनाहों का कत्लेआम किया था- "उन्हें ऐसे गोलियों से भून डाला जैसे कुछ हुआ ही न हो। पचास रन पूरे किए और बल्ले को एके-47 की तरह थाम लिया और चौके जड़ दिए! बीसीसीआई और मोदी सरकार के मुँह पर यह थूकना बेहद अपमानजनक है। भारत को शर्मसार करने के लिए जय शाह भारत रत्न के हकदार हैं।" समाजवादी पार्टी के शरद सरन ने भी मैच के दौरान साहिबज़ादा फरहान के इस व्यवहार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस तर्क को बल दिया कि भारत को एशिया कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए था। X पर एक पोस्ट में, सरन ने पूछा कि देश के इस अपमान के लिए कौन ज़िम्मेदार है। शरद सरन की पोस्ट में लिखा था, "लोग उन्हें (साहिबज़ादा फरहान) गालियाँ दे रहे हैं, कह रहे हैं कि उन्होंने पहलगाम हमले को दोहराने और दूसरों को याद दिलाने के लिए ऐसा किया। उन्होंने भारत में हुई हत्याओं के नाम पर भारत का मज़ाक उड़ाया... अगर मोदी चाहते, तो क्या भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलता?"
यह पहला मौका नहीं है। ग्रुप स्टेज में भी जब भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराया था, तब भी भारतीय बल्लेबाज सुर्यकुमार यादव और शिवम दुबे ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था। उस मैच के बाद पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने गुस्से में पोस्ट-मैच प्रेज़ेंटेशन में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था।
ग्रुप स्टेज के मैच के बाद पाकिस्तान ने एशिया कप के मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की थी। बाद में पायक्रॉफ्ट ने “गलतफहमी” के लिए माफी मांगी, जिसके बाद पाकिस्तान ने टूर्नामेंट का बहिष्कार न करने का फैसला लिया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और टीम मैनेजमेंट ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान के कोच ने कहा, “हम इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं करते। खेल को खिलाड़ियों को जोड़ने का जरिया होना चाहिए, दूरी बढ़ाने का नहीं।”
मैच के बाद #HandshakeGate हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। भारतीय प्रशंसकों में से कुछ इसे खिलाड़ियों की निजी पसंद बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे पाकिस्तान के खिलाफ हाल के तनावों से जोड़ रहे हैं।