दिल्ली दंगे में आरोपी बनाए गए आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली के एक कोर्ट ने यह कहते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया कि उन्होंने दंगाइयों को 'मानव हथियार' जैसा इस्तेमाल किया।
दिल्ली दंगों के दौरान मारे गए इंटेलीजेंस ब्यूरो के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा की हत्या दो पक्षों को शांत कराने के दौरान हुई थी।
आईबी अफ़सर अंकित शर्मा को 400 चाकू मारे जाने का झूठ क्यों फैलाया गया। साफ है कि यह दो धर्मों के लोगों को आपस में और ज़्यादा लड़ाने की साज़िश थी।
सलमान अपनी बातचीत में इस बात को कबूल करता है कि उसने भीड़ के साथ मिलकर अंकित की हत्या की है। लेकिन अंकित की हत्या किस मक़सद से की गई, यह पता नहीं चल सका है।
पुलिस को शक है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि अंकित की हत्या टारगेट किलिंग हो सकती है यानी कि उसे जानबूझकर निशाना बनाया गया है।