औरंगजेब की कब्र को अब आरएसएस के बाद बीजेपी और अन्य कट्टर दक्षिणपंथी संगठन नहीं हटाना चाहते हैं। उन्होंने कब्र तोड़ने की धमकी देने के अपने स्टैंड से यूटर्न ले लिया है। आखिर इस मुद्दे को अब क्यों टाल दिया गया। तमाम सवालों को खोजती यह रिपोर्टः
औरंगजेब पर बहस जारी है। आरएसएस-बीजेपी से जुड़े बाकी नेता दुगनी ताकत से औरंगजेब की कब्र खोदने में जुटे हैं। लेकिन दरअसल यह भारतीय लोकतंत्र की कब्र खोदी जा रही है। वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार त्रिपाठी बता रहे हैं कि कैसे यह भारत के लिए घातक है।
आरएसएस का कहना है कि औरंगजेब आज की तारीख में प्रासंगिक नहीं है। लेकिन संघ के बयान से अलग यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी नेता संगीत सोम अलग भाषा बोल रहे हैं। समझिए पूरा मुद्दाः
नागपुर में हिंसा क्यों भड़की? छावा फिल्म, नेताओं के बयान और हेट स्पीच ने कैसे माहौल गरमाया? जानिए हिंसा की क्रोनोलॉजी, इसके पीछे की सियासत और प्रशासन की प्रतिक्रिया।
नागपुर में सोमवार शाम की हिंसा के बाद मंगलवार को कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया। क्योंकि हिंसा की घटनाएं रात में भी हुईं। यह हिंसा औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर तब हुईजब विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने विरोध मार्च निकाला। इस दौरान अफवाहें फैलीं और हिंसा हुई।
औरंगजेब का मकबरा पांच दिन के लिए बंद कर दिया गया है .राज ठाकरे इस मुद्दे पर लगातार धमकी दे रहे थे .क्या वे औरंगजेब से बदला लेना चाहते हैं ?आज की जनादेश चर्चा .
औरंगाबाद में औरंगजेब के मकबरे को अब तूल दिया जा रहा है। राज ठाकरे के संगठन मनसे ने कहा कि इसे नष्ट किया जाना चाहिए। इस मकबरे का संरक्षण कर रही केंद्रीय पुरातत्व एजेंसी एएसआई ने गुरुवार को कहा कि उसने पांच दिनों के लिए मकबरा बंद कर दिया।