चाँद की सतह पर चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर की जगह का पता भले ही चल गया हो लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों का मानना है कि जैसे-जैसे संपर्क स्थापित होने में देरी हो रही है, वैसे-वैसे इसकी संभावना कम होती जा रही है।
चंद्रयान-2 मिशन के जिस विक्रम लैंडर से संपर्क टूट गया था उसकी जगह का पता चल गया है। इसरो ने कहा कि थर्मल इमेज से लैंडर की जानकारी तो मिली है, लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो सका है।
चाँद पर उतरने से पहले भले ही चंद्रयान-2 मिशन से संपर्क टूट गया है, लेकिन यह बहुत बड़ी सफलता है। जहाँ अमेरिका ने बहुत बड़ा क़दम’ बताया वहीं नासा ने इसरो को प्रेरक बताया।
भारत का चंद्रयान मिशन-2 नाकाम रहा, चाँद की सतह पर उतरने से कुछ देर पहले ही लैंडर से संपर्क टूट गया, कोई संकेत नहीं मिल रहा है।
शुक्रवार की आधी रात को भारत अंतरिक्ष विज्ञान में नया अध्याय लिखेगा जब इसके चंद्रयान-2 से लैंडर विक्रम चाँद की सतह पर उतरेगा।