कल कैपिटल हिल पर जो कुछ हुआ उसने लोकतांत्रिक दर्शन को चकनाचूर कर दिया है । सारी दुनिया एक स्वर से इसकी निंदा कर रही है इसे ख़ारिज कर रही है ।टेक्सास से द इंडिया आब्जर्वर की ब्यूरो चीफ़ विजय लक्ष्मी नाडार ने सत्यहिंदी के लिये इसका ताज़ा विश्लेषण किया है ।
डॉनल्ड ट्रंप हारने के बाद भी तमाशा क्यों कर रहे हैं? राष्ट्रपति चुनाव हारने के बावजूद डॉनल्ड ट्रंप हार मानने को राज़ी नहीं! क्या अब भी जो बाइडन की जीत का रास्ता रुक सकता है? आख़िर ट्रंप इतना तमाशा क्यों कर रहे हैं?
ट्रंपवादियों की उग्र भीड़ मंगलवार से ही कैपिटल हिल या संसद भवन के सामने डोनल्ड ट्रंप के समर्थन में और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन तथा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के विरोध में प्रदर्शन कर रही थी।
हिंसा, गोलीबारी और संसद परिसर कैपिटल बिल्डिंग में घुस कर तोड़फोड़ करने के डोनल्ड ट्रंप के समर्थकों की करतूतों के बाद राष्ट्रपति ने अपरोक्ष रूप से ही सही, अपनी हार मान ली है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्रंप को अब 14 दिन भी नहीं रहने दिया जाएगा राष्ट्रपति? उनकी ही कैबिनेट आई विरोध में । ट्रंप समर्थकों के दंगे के बाद फिर शुरू हुई संसद की कार्यवाही
बुधवार को राजधानी वॉशिंगटन के संसद परिसर कैपिटल में जिस समय डोनल्ड ट्रंप के समर्थक अंदर घुस गए और तोड़फोड़ की, राष्ट्रपति न सिर्फ़ अपने दफ़्तर में टेलीविज़न पर चुपचाप तमाशा देखते रहे, बल्कि उन्होंने उस स्थिति में भी उस उत्तेजित भीड़ को और भड़काया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। US: संसद परिसर में ट्रंप समर्थकों का बवाल, 4 की मौत । अमेरिकी संसद परिसर को ट्रंप समर्थकों ने बना दिया युद्धक्षेत्र
राष्टपति डोनल्ड ट्रंप के मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों ने 20 जनवरी को उनके कार्यकाल ख़त्म होने के पहले ही उन्हें पद से हटाने की माँग की है। उन्होंने कहा है कि वे इसके लिए अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद 25 का इस्तेमाल करेंगे।
कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के बाद ट्विटर, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का एकाउंड ब्लॉक कर दिया है। ऐसा शायद पहली बार है कि किसी राष्ट्र के प्रमुख का सोशल मीडिया एकाउंट इतने बड़े स्तर पर ब्लॉक किया गया हो।
अमेरिका में डोनल्ड ट्रंप के हार न मानने से जिस हिंसा का डर था वही हुआ। कैपिटॉल हिल में 4 लोग मारे गये। 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। हिंसा के बाद सांसदों की बैठक करने वाली जगह कैपिटल बिल्डिंग को बंद करना पड़ा था।
राष्ट्रपति चुनाव हारने के बावजूद डॉनल्ड ट्रंप हार मानने को राज़ी नहीं! क्या अब भी जो बाइडन की जीत का रास्ता रुक सकता है? आख़िर ट्रंप इतना तमाशा क्यों कर रहे हैं? बीबीसी हिंदी के पूर्व संपादक शिवकांत से आलोक जोशी की बातचीत
छह जनवरी को अमेरिका की नवनिर्वाचित संसद के दोनों सदनों का संयुक्त अधिवेशन होगा, जिसमें निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस को अपनी चुनावी औपचारिकता निभाते हुए नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव की घोषणा करनी है।
डोनल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया राज्य के रिपब्लिकन नेता ब्रैड रैफेनस्पर्जर से रविवार को एक घंटे तक बात की और कहा कि कहीं से किसी तरह कुछ वोट ढूढें ताकि चुनाव नतीजों को पलटा जा सके।
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन का रास्ता साफ़ हो गया है। डोनल्ड ट्रंप ने आख़िरकार सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की हामी भर दी है। जीएसए ने जो बाइडन को सोमवार को साफ़ तौर पर विजेता घोषित कर दिया है।
अमेरिका में चुनाव नतीजा आने के बाद भी सस्पेंस क्यों है? हारकर भी नहीं हारे हैं डॉनल्ड ट्रंप? बाइडेन के लिए काँटों का ताज साबित होगी यह जीत? पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाश, अमेरिका से राजनीतिक विश्लेषक विभूति झा, और सामाजिक टिप्पणीकार आनंद तनेजा के साथ आलोक जोशी की बात।