देश में इंदिरा गाँधी इमरजेंसी लगा चुकी थीं। कुछ लोगों को ऐसा क्यों महसूस हो रहा है कि देश में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है?
आज से 45 साल पहले इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में आपातकाल लगा दिया था। लेकिन क्या आज भी कमोबेश वैसे ही हालात नहीं हैं।
45 साल पहले आपातकाल के दौरान जब जेपी का नज़रबंदी आदेश निकला था तब प्रेस में खलबली मची थी। प्रेस सेंसरशिप भी लागू हो चुकी थी। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि आगे क्या होने वाला है।
अगर हम अपनी राजनीतिक और संवैधानिक संस्थाओं के मौजूदा स्वरूप और संचालन संबंधी व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखें तो हम पाते हैं कि आज देश आपातकाल से भी कहीं ज़्यादा बुरे दौर से गुज़र रहा है।