लोग हक़ के लिए लड़ते तो भगदड़ रोकने को दबाव में होती सरकारें!
अगर जनता महंगाई, रोजगार और अच्छी शिक्षा के लिए संघर्ष करती, तो सरकार को दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ रोकने के लिए भी दबाव में होती। क्या लोग सड़क पर उतरते से ऐसी जानलेवा लापरवाहियाँ हो पातीं?