इटावा में नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही महिलाओं को उत्तर प्रदेश पुलिस ने भगा-भगा कर पीटा। मोबाइल फ़ोन से लिए गए फ़ुटेज में दिख रहा है कि पुलिस उनपर डंडे बरसा रही है।
बीजेपी का सहयोगी जेडीयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कह दिया है कि नागरिकता क़ानून पर फिर से विचार किया जाए।
नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन को हिंदू-मुसलमान के नज़रिए से क्यों देखा जा रहा है?
नागरिकता संशोधन क़ानून की संवैधानिक वैधता पर सवाल उठाते हुए अब 106 सेवानिवृत्त अफ़सरों ने खुला पत्र लिखा है। उन्होंने एनपीआर और एनआरआईसी को ग़ैर ज़रूरी और बेकार बताया।
नागरिकता संशोधन क़ानून का संवैधानिक और लोकतांत्रिक ढंग से विरोध भी बीजेपी के नेताओं को बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है।