राहत इंदौरी के गृहनगर में दिलजीत दोसांझ के संगीत कार्यक्रम पर बजरंग दल प्रतिबंध लगाने की मांग क्यों कर रहा था? जानिए बजरंग दल की आपत्ति क्या थी और क्या दिलजीत दोसांझ ने राहत इंदौरी की पंक्तियों से जवाब दिया।
इस हफ़्ते सफरनामा में राहत इंदौरी की ज़िंदगी के सफ़र पर स्मिता शर्मा ने की मशहूर कवियत्री और जश्न ए बहार की संस्थापक कामना प्रसाद और प्रसिद्ध कवि और रेखता के संपादक शकील जमाली से बात।
मध्य प्रदेश भाजयुमो के प्रांतीय उपाध्यक्ष द्वारा प्रख्यात शायर राहत इंदौरी के निधन के बाद किए गए एक बेतुके ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है।
राहत इंदौरी नहीं रहे। अब वह बुलंद आवाज़ खामोश हो गयी है। कोरोना की महामारी ने हमसे हमारे समय का एक बहुत तेज़तर्रार, सक्रिय रचनाकार छीन लिया।
हुकूमत किसी भी रहनुमा की रही हो, राहत इंदौरी की ग़ज़ल ने किसी को नहीं बख्शा।
जाने-माने शायर राहत इंदौरी का मंगलवार को निधन हो गया है। इंदौरी कोरोना से संक्रमित थे।