क्या पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस लोकसभा चुनाव में भी सपा-बसपा को चलाने वाले दोनों ‘परिवार’ कहीं न कहीं केंद्र के निज़ाम और सत्ताधारी दल के शीर्ष नेतृत्व से डरे-सहमे थे?
बीजेपी को शिकस्त देने के मक़सद से बना महागठबंधन आख़िरकार ढह गया। लेकिन क्या मायावती जो कारण बता रही हैं, वे सही हैं या फिर वह झूठ बोल रही हैं।
उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के प्रचार अभियान के दौरान ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने मन बना लिया था कि चुनाव ख़त्म होते ही गठबंधन तोड़ना है?