बीजेपी और आरएसएस के लिए यूपी चुनाव ज़्यादा बड़ा मसला है। बीजेपी और संघ यूपी को किसी भी क़ीमत पर नहीं गँवाना चाहते। दक्षिणपंथी राजनीति के लिए यूपी का चुनाव कई लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
यूपी चुनाव से पहले दलितों को साधने में लगे योगी? योगी का बेड़ा पार करेंगे आंबेडकर? वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
मौर्या की ‘शरण’ में क्यों गए योगी? पवार के घर पर जुटे विपक्षी नेता, बीजेपी के ख़िलाफ़ गोलबंदी की तैयारी! मानवाधिकार आयोग करेगा बंगाल हिंसा की जाँच, निष्पक्षता पर सवाल। देखिए दिन की महत्वपूर्ण ख़बरों का विश्लेषण-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर पहली बार पहुंचे योगी। कोवैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में 77.8 फ़ीसदी प्रभावी: रिपोर्ट। UP assembly election 2022 : up cm yogi adityanath reaches deputy cm keshav prasad maurya’s residence.
संघ और बीजेपी के सर्वोच्च नेताओं की लगातार बैठकों के बाद ये दावा किया गया था कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व को लेकर उठा विवाद सुलझा लिया गया है। लेकिन पार्टी नेताओं के परस्पर विरोधी बयान बताते हैं कि झगड़ा जारी है और सब कुछ ठीक नहीं है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। योगी सीएम चेहरा होंगे इस पर संशय, केशव प्रसाद मौर्या जैसा ही बयान स्वामी प्रसाद मौर्या ने दिया। 2024 चुनाव: दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक कल, पवार होंगे शामिल। Swami Prasad Maurya's statement on Yogi Adityanath as a CM face in up assembly election 2022.
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। एलजेपी पर अधिकार का विवाद अब चुनाव आयोग पहुंचा। जयराम रमेश ने कांग्रेस नेतृत्व पर उठाए सवाल, कहा-दुरुस्त करना होगा।
यूपी :योगी जी,मान गए उस्ताद या फिर मानना पड़ा? देखिये वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की धारदार चर्चा।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। शाह और नड्डा के साथ अब बैठक कर रहे हैं पीएम मोदी: ANI। राष्ट्रपति से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ। देखिए दिनभर की ख़बरें -
पिछले एक महीने से दिल्ली-लखनऊ में जंग छिड़ी हुई थी। लगता है कि संघ के बीच-बचाव से युद्ध विराम हो गया है। मगर सवाल ये है कि इस जंग में कौन जीता और ये युद्ध विराम किन शर्तों पर हुआ है?
योगी दिल्ली तलब । अमित शाह से मुलाक़ात । योगी सुलह के लिये तैयार ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, अंबरीष कुमार, सिद्धार्थ कलहंस, ऋषि मिश्रा, शरद गुप्ता और आलोक जोशी ।
योगी आदित्यनाथ के अचानक दिल्ली आने का क्या मतलब है? आरएसएस के हस्तक्षेप के बाद बनेगी बात? देखिए दिनभर की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अचानक दिल्ली पहुंचे योगी, शाह से मिले, कल मोदी-नड्डा से मिलेंगे। मोइली : कांग्रेस में कल नहीं आज ही बड़ी सर्जरी की ज़रूरत। देखिए दोपहर तक की ख़बरें-
उत्तर प्रदेश बीजेपी में चल रही तमाम सियासी हलचलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में ताबड़तोड़ मुलाक़ातें की।
यूपी में शांति का आभास । पर योगी और मोदी में ठन गयी है । बीजेपी/संघ जंग को सुलटाने में लगे हैं । कामयाबी मिलेगी ? क्या रंग लायेगी ये लड़ाई ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, शरद गुप्ता, सिद्धार्थ कलहंस और आलोक जोशी ।
बीजेपी और मोदी दोनों के लिए यूपी के चुनाव महत्वपूर्ण हैं। इस चुनाव के नतीजे ही 2024 की राजनीति तय करेंगे। देखिये वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की ख़ास बातचीत राजनीतिक विश्लेषक, अभय कुमार दुबे के साथ
क्या बीजेपी आलाकमान योगी आदित्यनाथ के किसी प्रकार के दबाव में है? इस बात पर विचार करना दरअसल कड़क हिन्दू हृदय सम्राट दिखने वाले योगी को 'ओवर एस्टीमेट' किया जाना होगा।
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राधा मोहन सिंह ने रविवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाक़ात की और उन्हें एक बंद लिफाफा सौंपा।
पिछले 4 साल से एक-दूसरे को शह देते आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'युद्ध का मैदान' अब यूपी विधानसभा चुनाव बनने जा रहा है। क्या उनका जादू चलेगा?
यूपी: योगी के भरोसे को जीत पाएँगे? या बिन योगी जीत पाएगी बीजेपी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ धारदार और सटीक चर्चा
राम जन्मभूमि आंदोलन और हिंदुत्व की पहली प्रयोगशाला यूपी में बीजेपी को हार का डर क्यों सता रहा है? पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में विपक्षियों का सूपड़ा साफ करने वाली बीजेपी इतनी बेचैन क्यों है?
उत्तर प्रदेश में बीजेपी का ‘अंगद का पांव’ हिलने लगा है। क्या उसे प्रदेश में पार्टी के भीतर चल रहे राजनीतिक भूकंप से अपनी ज़मीन हिलने का अहसास हो गया है? क़रीब दस दिनों से यूपी बीजेपी में हंगामा क्यों मचा हुआ है?
यूपी में शिक्षा का राजनीतिकरण, छात्रों को रामदेव, योगी आदित्यनाथ और जग्गी वासुदेव को क्यों पढ़ना होगा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण-
यूपी में भाजपा और संघ के दूत आये और फीडबैक लेकर लौट गए .अटकलों का बाजार गर्म हुआ पर बीएल संतोष के ट्वीट के बाद असंतुष्टों के तेवर कुछ ढीले पड़ते नजर आ रहे हैं .आजकी जनादेश चर्चा इसी पर शाम सात बजे .
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। यूपी: चरण सिंह विवि में पढ़ाई जाएंगी रामदेव, योगी की किताबें। पूर्व न्यायाधीश जस्टिस अरुण मिश्रा बने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष। देखिए दोपहर तक की ख़बरें -
दो दिनों से यूपी की राजधानी में केंद्रीय नेतृत्व के मंत्रियों व संगठन के आलाधिकारियों के साथ चले मंथन ने चिंता को और गहराने का काम किया है।