क्या रोहित वेमुला आत्महत्या मामले की दोबारा जाँच हो पाएगी? जानिए तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री ने इस पर क्या कहा है।
मई 2024 में तेलंगाना पुलिस ने इस मामले में एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की, जिसमें सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी गई। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि रोहित वेमुला दलित नहीं, बल्कि अन्य पिछड़ा वर्ग से थे और उनकी आत्महत्या का कारण उनकी वास्तविक जाति के उजागर होने का डर था।
उपमुख्यमंत्री ने रोहित के आत्महत्या नोट का ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि दलित छात्रों को दाखिला देते समय एक रस्सी भी दी जानी चाहिए, ताकि वे अपनी जान ले सकें। इस बयान ने पूरे देश को झकझोर दिया था।