उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में यूँ तो साफ़ तौर पर मुक़ाबला योगी बनाम अखिलेश या यूं कहें कि बीजेपी बनाम सपा-रालोद गठबंधन के बीच होता दिख रहा है। लेकिन इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए लगातार कांग्रेस को मज़बूत दिखाने की कोशिश हो रही है। बार-बार कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर बेमतलब की अटकलें लगाई जा रही हैं। कभी उनसे पूछा जा रहा है कि वो विधानसभा चुनाव लड़ेंगी या नहीं और कभी उनसे पूछा जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा? आख़िर इन बेमतलब की अटकलों का मक़सद क्या है?