एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमले के बाद शुक्रवार को उन्हें सीआरपीएफ की ओर से जेड सिक्योरिटी दे दी गई है। ओवैसी पर यह हमला उस वक्त हुआ था जब वह मेरठ से एआईएमआईएम का प्रचार कर लौट रहे थे।
एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के हमलावरों को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हापुड़ के एसपी ने यह जानकारी दी है। इस मामले में यामीन खान की तहरीर पर थाना पिलखुआ में पुलिस ने केस दर्ज किया है और सचिन शर्मा निवासी बादलपुर जिला- गौतम बुद्ध नगर और शुभम निवासी सापला बेगमपुर थाना नकुड़ जिला सहारनपुर को गिरफ्तार किया गया है।
ओवैसी जब गुरुवार शाम को मेरठ से दिल्ली लौट रहे थे तब उनकी गाड़ी पर फायरिंग हुई थी। फायरिंग के आरोपियों को हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध असलहा और घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद की है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि अभी तक की पूछताछ से यह तथ्य प्रकाश में आए हैं कि ओवैसी के द्वारा धर्म विशेष के प्रति भड़काऊ भाषण और 2013-14 के दौरान अयोध्या में मंदिर के प्रति जो टिप्पणी उन्होंने की थी उस से आहत होकर हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
सचिन शर्मा पर हत्या के प्रयास का एक मुकदमा पहले से दर्ज है। सचिन का कहना है कि उसने कानून में डिग्री ली है। सचिन ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में लिखा है कि वह एक दक्षिणपंथी हिंदू संगठन से जुड़ा है। पुलिस उसके द्वारा बताई गई बातों की जांच कर रही है। जबकि दूसरे अभियुक्त शुभम का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
ओवैसी पर हमले के बाद शुक्रवार को उन्हें सीआरपीएफ की ओर से जेड सिक्योरिटी दे दी गई है। ओवैसी पर यह हमला उस वक्त हुआ था जब वह मेरठ से एआईएमआईएम का प्रचार कर लौट रहे थे।
उन्होंने खुद ही ट्वीट करके हमले की जानकारी दी थी और कहा था कि उनकी कार पर गोलियां चलाई गई हैं। ओवैसी ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस मामले में जांच करे।