कानपुर में हादसे के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
कानपुर के घाटमपुर इलाके में चंद्रिकादेवी मंदिर से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली एक ट्रक से टकराने के बाद तालाब में पलट गई। जिसमें 27 लोगों की मौत हो चुकी है। देर रात यह खबर आने तक मौतों का सिलसिला जारी था। मौके पर बहुत दहलाने वाला दृश्य था। लोग अपने परिजनों के शव तालाब के पानी से खुद निकाल रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रैक्टर और ट्रक दोनों की स्पीड तेज थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्रैक्टर ट्राली सामान ढोने के लिए है, उसमें लोगों को सफर नहीं करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मौतों पर शोक व्यक्त किया है।
हादसे के फौरन बाद लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। इस वजह से काफी लोग बच भी गए। मौके पर एंबुलेंस और अधिकारी भी कुछ ही देर में पहुंच गए। हालांकि कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली जैसे ही तालाब में गिरी, अगर उसे प्रशासन के अधिकारी फौरन सीधा करा देते तो मौतों की तादाद कम हो सकती थी।
पीएम मोदी के दफ्तर (पीएमओ) से ट्वीट करके कहा गया है कि कानपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली दुर्घटना से व्यथित मैं बहुत व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया है। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। मरने वालों के परिवार को पीएम राहत कोष से 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे।
दुर्घटना के बाद, योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का इस्तेमाल सिर्फ सामान ढोने के रूप में किया जाना चाहिए, न कि लोगों को ले जाने के लिए। सीएमओ ने कहा कि मरने वालों के परिवारों के लिए ₹ 2 लाख का मुआवजा राज्य से दिया जाएगा। योगी ने कहा, "कानपुर जिले में सड़क दुर्घटना अत्यंत हृदय विदारक है। जिलाधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव अभियान चलाने तथा घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
एक और हादसा, 4 मौतें