हाल ही में आऱएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाक़ात और फिर कश्मीर पर अपने स्टैंड को लेकर सुर्खियों में रहे जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने बाबरी मसजिद मामले को लेकर मुसलिम पक्षकार सुन्नी वक़्फ बोर्ड पर सौदेबाजी का आरोप लगाया है। जमीयत उलेमा ने संघ से मेलजोल को मुसलमानों के लिए ज़रूरी बताया है। जमीयत ने साफ़ कहा कि बाबरी मसजिद के मामले में सुन्नी वक़्फ बोर्ड के चेयरमैन सौदेबाजी की फिराक में हैं जो उसे क़बूल नहीं है।