पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में खास तौर से उत्तर प्रदेश में पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल करने वाले मतदाता तय करेंगे कि अगली सरकार किसकी होगी। यह बात आपको चौंकाने वाली जरूर लग सकती है लेकिन भरमाने वाली नहीं है। चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट से वोट करने वाले मतदाताओं के आधार में जो बदलाव किया है उससे यही स्थिति बन रही है।
पोस्टल बैलेट से तय होगी यूपी में अगली सरकार!
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
प्रतीकात्मक तसवीर।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार पोस्टल बैलेट के वोटों और कोरोना संक्रमितों की बड़ी भूमिका रहेगी। जानिए कैसे?
यूपी के अलावा बाकी राज्यों में भी ऐसा ही होगा, मगर हम यहां उत्तर प्रदेश के आंकड़ों के जरिए इस स्थिति को स्पष्ट कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने पोस्टल वोट का दायरा बढ़ा दिया है। इसमें 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग वोटर के साथ-साथ कोविड पॉजिटिव या कोविड संदिग्ध भी शामिल हैं। चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट के लिए जो आधार तय किए हैं उन पर गौर करें-
- मतदाता सूची में जो दिव्यांग के रूप में दर्ज हैं।
- अधिसूचित आवश्यक सेवाओं में जो मतदाता रोजगार में हों।
- जिनकी उम्र 80 साल से अधिक है।
- जो मतदाता सक्षम अधिकारी से कोविड पॉजिटिव/संदिग्ध के तौर पर सत्यापित हों और क्वारंटीन (होम या इंस्टीच्यूशनल) में हों।