मजदूरों के लिए बसें चलाने के कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रस्ताव पर चतुराई दिखा रही योगी आदित्यनाथ सरकार अब बुरी तरह फंस गयी है। उत्तर प्रदेश आ रहे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए प्रियंका गांधी ने 1000 बसें देने का प्रस्ताव योगी सरकार के सामने रखा था। 2 दिन तक चुप रहने के बाद योगी सरकार ने प्रस्ताव स्वीकार कर सोमवार को बसों की सूची मांगी। 

प्रियंका गांधी की ओर से तुरंत बसों की सूची सौंपने के बाद योगी सरकार ने बौखला कर सोमवार आधी रात को एक चिट्ठी भेज कर इन बसों को लखनऊ लाकर इनका फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने का फरमान दे दिया। जबकि प्रियंका गांधी की ओर से मजदूरों को लाने के लिए उपलब्ध करायी गईं बसें नोएडा व ग़ाज़ियाबाद की सीमा पर खड़ी हैं।