यूपी चुनाव 2022 में बीजेपी की जीत के आधार में व्यापक सामाजिक गठबंधन ने बड़ी भूमिका निभाई है। उसने 2014 के बाद जिस तरह इस आधार को तैयार किया, वो 2022 में यूपी चुनाव में बरकरार दिखा। यूपी चुनाव में यह भी प्रचार ज्यादा था कि इस बार ब्राह्मण और जाट बीजेपी से नाराज हैं लेकिन आंकड़े कुछ और बताते हैं। देश के प्रतिष्ठित अखबार द हिन्दू ने लोकनीति-सीएसडीएस का चुनाव के बाद का सर्वेक्षण प्रकाशित किया है। इसमें जाति-वार वोट वरीयता के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। उसी से पता चलता है कि बीजेपी का ओबीसी आधार न सिर्फ मजबूत है, बल्कि उसने कुछ और भी तबकों को जोड़ा है।
हालांकि सपा ने भी उच्च जातियों को छोड़कर कुछ ओबीसी समुदायों के बीच अपने प्रदर्शन में सुधार किया है, लेकिन वो बीजेपी को हराने के लिए पर्याप्त नहीं था।
सीएसडीएस सर्वेः दावे के विपरीत बीजेपी से नहीं दिखी ब्राह्मणों और जाटों की नाराज़गी
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
लोकनीति-सीएसडीएस का चुनाव बाद सर्वे बताता है कि यूपी में बीजेपी ने अपना वोट आधार हर वर्ग, हर समुदाय में बढ़ाया है, बीएसपी के वोटों का बड़ा हिस्सा बीजेपी में चला गया है। यूपी चुनाव 2022 में ब्राह्मणों और जाटों की नाराजगी की बात मीडिया में खूब आई लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि सच कुछ और है।
