लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के जाने माने प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक डॉ. रविकान्त को एबीवीपी से जुड़े लोगों द्वारा कथित धमकी दिए जाने की प्रोफेसरों, लेखकों और पत्रकारों ने निंदा की है। ऐसे कम से कम 60 प्रोफेसरों, लेखकों और पत्रकारों ने एक खुला ख़त लिखकर कहा है कि वे रविकान्त को सार्वजनिक रूप से जारी की जा रही जान से मारने की धमकी और दी जा रही गालियों की निंदा करते हैं।
लखनऊ विवि के प्रोफेसर को धमकी की निंदा, समर्थन में आए 60 बुद्धिजीवी
- उत्तर प्रदेश
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- 10 May, 2022
लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के एक एसोसिएट प्रोफेसर रविकान्त के बयान को लेकर विवाद क्यों हुआ और एबीवीपी ने धमकी क्यों दी? रविकान्त के समर्थन में कम से कम 60 गणमान्य लोगों ने ख़त लिखा है।

लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदी के एसोसिएट प्रोफेसर रविकान्त को मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा एबीवीपी के सदस्यों ने इसलिए निशाना बनाया कि काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर उन्होंने सत्य हिंदी के एक कार्यक्रम में टिप्पणी की थी। एबीवीपी के सदस्यों को उनकी टिप्पणी के उस हिस्से पर आपत्ति थी जिसमें उन्होंने पटाभी सीतारमैया की एक किताब 'फेदर्स एंड स्टोन्स' की एक कहानी का ज़िक्र किया था।