हाथरस में दलित युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद योगी सरकार और पुलिस पर सबूतों को छुपाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। सरकार से सवाल पूछा जा रहा है कि आख़िर वह क्यों सच को सामने नहीं आने देना चाहती और इसी कड़ी में पीड़िता के गांव जाने की कोशिश कर रहे पत्रकारों को पुलिस ताकत के बल पर रोक रही है।
हाथरस: आख़िर पीड़िता के गांव में पत्रकारों को क्यों नहीं जाने दे रही यूपी पुलिस?
- उत्तर प्रदेश
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- 2 Oct, 2020
हाथरस में दलित युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद योगी सरकार और पुलिस पर सबूतों को छुपाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं।

सोशल मीडिया पर कुछ न्यूज़ चैनलों के पत्रकारों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में पत्रकार पुलिस से कह रहे हैं कि वे अपना काम करने यानी सच का पता लगाने के लिए पीड़िता के गांव में जाना चाहते हैं। पीड़िता के परिजनों से बात करना चाहते हैं। लेकिन पुलिस उन्हें अंदर नहीं जाने दे रही है।