हाथरस में दलित युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद योगी सरकार और पुलिस पर सबूतों को छुपाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। सरकार से सवाल पूछा जा रहा है कि आख़िर वह क्यों सच को सामने नहीं आने देना चाहती और इसी कड़ी में पीड़िता के गांव जाने की कोशिश कर रहे पत्रकारों को पुलिस ताकत के बल पर रोक रही है।