loader
फोटो साभार: ट्विटर/@ARanganathan72/वीडियो ग्रैब

उत्तराखंड हिंसा में 5 की मौत, 100 से ज़्यादा घायल

उत्तराखंड के हलद्वानी में भारी तनाव फैल गया। अधिकारियों द्वारा गुरुवार को हलद्वानी में एक अवैध मदरसे को ढहाए जाने के बाद झड़पें हुईं। उपद्रवियों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया और वाहनों में आग लगा दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। कई पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है।

राज्य सूचना विभाग की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तनाव के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए। जिला प्रशासन ने बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शुक्रवार को हलद्वानी में सभी स्कूल बंद रहेंगे।

राज्य के हल्द्वानी में गुरुवार को तनाव तब हुआ जब नगर निगम के अधिकारियों ने बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन के पास कथित तौर पर अवैध रूप से अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की। मलिक का बागीचा इलाके में मरियम मस्जिद और एक मदरसे पर विध्वंस अभियान चलाया गया। वे कथित तौर पर नजूल भूमि पर थे। इसकी प्रतिक्रिया में आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई अधिकारी घायल हो गए। 

ताज़ा ख़बरें

इस दौरान वहाँ ट्रांसफार्मर और चार-पाँच वाहनों में आग लगा दी गई। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बनभूलपुरा थाने को भीड़ ने घेर लिया जिसके चलते कई पत्रकार और प्रशासन के अधिकारी थाने में फंस गए। बढ़ते हालात को देखते हुए हल्द्वानी में अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक के बाद बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को केवल चिकित्सा आपात स्थिति में ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, 'हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा।'

स्थिति के बारे में बात करते हुए धामी ने कहा, 'हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में प्रशासन की एक टीम अदालत के आदेश के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान के लिए गई थी। वहां असामाजिक तत्वों ने पुलिस के साथ विवाद किया। कुछ पुलिस कर्मियों ने और प्रशासनिक अधिकारियों को चोटें आईं। पुलिस और केंद्रीय बलों की अतिरिक्त कंपनियां वहां भेजी जा रही हैं। हमने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। कर्फ्यू लगा हुआ है। आगजनी करने वाले दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
उत्तराखंड से और ख़बरें

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बनभूलपुरा में स्थिति अब बेहतर हो गई है क्योंकि राज्य में अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। हालांकि, हलद्वानी में इंटरनेट शटडाउन लगा दिया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नैनीताल के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा है कि आरोपियों की पहचान वीडियो रिकॉर्डिंग सहित विभिन्न सबूतों के जरिए की जाएगी। उन्होंने कहा, 'दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों से नुकसान की भरपाई की जाएगी। अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए दंगाइयों की तस्वीर वाले पोस्टर प्रसारित किए जाएंगे।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

उत्तराखंड से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें