केजरीवाल तीसरी बार ईडी के सामने नहीं पेश हुए । क्या वो गिरफ़्तारी से डर रहे है ? किस बात का है ख़ौफ़ ? जेल का या फिर पार्टी के बिखरने का ? क्या वो जेल गये तो चल पायेगी सरकार या आप ? आशुतोष के साथ चर्चा में राकेश सिन्हा, विनोद अग्निहोत्री, शीतल सिंह और करण वर्मा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।