जेल में बंद अर्णब गोस्वामी रिहा हो गये। ख़ुशी की बात है। लेकिन हज़ारों लोग जेलों में बंद हैं महीनों-वर्षों से? क्यों? चर्चा में हैं- आशुतोष के साथ आलोक जोशी, निशान्त वर्मा, शीतल पी सिंह, और आर एस बगई।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।